मुझे जाने क्यों मार रहे थे लोग वहाँ।
बता ? बता ? ही सुनाई दे रहा था।
बीच बीच में "कौम" भी किसी ने बोला था शायद !!!
------------------------------------------------------
६ साल का सलीम, कुछ शिवजी के भक्तो से डर के भाग रहा था।
एक घर के सामने जाकर वो खुल जा सिम सिम-२ कहने लगा।
बच्चे कहानियो को कितने ध्यान से सुनते हैं !!!
-------------------------------------------------------
वो जो अल्लाह-हो-अकबर कह कर तलवार चलाते हैं।
या जो भगवा रंग पहन सीने पे त्रिशूल बरसाते हैं।
"मौत" भी एक धर्म बन गई है कलियुग में।
--------------------------------------------------------
2 comments:
Simply great, it gives the perfect view of the kind heart full of emotion, that has sheltered itself in thoughts of the kavi.
I salute it.
Hmmm !!!! Thanks fro your comments....
Post a Comment