हर एक जर्रे में आ रहा है प्यार ही मुझे नज़र।
सुर्खलाल हवा का हर एक तिनका है यहाँ ।
लाली सी छायी है दिन के हर एक पहर।
मीठी सी गुदगुदी हर एक जेहन में छायी है।
खुदा की खुदाई का लगता सा कोई असर।
प्यार ही प्यार फिजा में है आज इसकदर।
रास्ते तोहफे हैं, हर एक बात तोहफे सी है।
तोहफे सा बना ज़िंदगी का हर एक मंजर।
प्यार ही प्यार फिजा में है आज इसकदर।
प्यार को छुओ, देखो और जियो जी भर के तुम।
ना आएगा आज सा यह लम्हा फ़िर लौटकर ।
प्यार ही प्यार फिजा में है आज इसकदर।
No comments:
Post a Comment