Friday, July 25, 2008

जिंदगी खाब हो तो जीना आसां है।
अरमा घुट भर हो तो पीना आसां है।

लेकिन ख्वाइशों के तूफ़ान आते हैं।
इतने में मैं संभल भी नहीं पाता ।

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