ये जो कौलो-करार है क्या है...
शक्ल है या एक वार है क्या है...
ये जो उठता है दिल में रह रह कर..
अब्र है या गुबार है क्या है...
जेर-इ-लब एक झलक तबस्सुम की...
बर्फ है या शरार है क्या है...
कोई दिल का मकाम समझाओ..
घर है या रहगुज़ार है क्या है...
फ़िराक गोरखपुरी !!!
शक्ल है या एक वार है क्या है...
ये जो उठता है दिल में रह रह कर..
अब्र है या गुबार है क्या है...
जेर-इ-लब एक झलक तबस्सुम की...
बर्फ है या शरार है क्या है...
कोई दिल का मकाम समझाओ..
घर है या रहगुज़ार है क्या है...
फ़िराक गोरखपुरी !!!
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