ये कागज़ की नाव है
ये कागज़ की नाव है
बड़ा ही तेज बहाव है
तुम चलते रहो राही
बड़ा दूर अभी गांव है
धुआं जो उठ रहा है
अभी गीला अलाव है
मत रुको दरख़्त पे
यहाँ धधकती छाँव है
बहुत देर तक चलना है
तेरा नन्हा सा पाँव है
कतई इश्क़ नहीं है वो
जो इकतरफा लगाव है
ये कागज़ की नाव है
बड़ा ही तेज बहाव है
भावार्थ
१६/०८/२०१५
4 comments:
कतई इश्क़ नहीं है वो
जो इकतरफा लगाव है
He he :) very nice
कतई इश्क़ नहीं है वो
जो इकतरफा लगाव है
He he :) very nice
कतई इश्क़ नहीं है वो
जो इकतरफा लगाव है
He he :) very nice
कतई इश्क़ नहीं है वो
जो इकतरफा लगाव है
He he :) very nice
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