मेरे इश्क़ का जुनूँ ऐसा है
करार भी तेरा बेक़रार हो जाए
मय की तासीर है इतनी
असर भी तेरा बेअसर हो जाए
मेरी नज़र इस तरह देखेगी
शर्म भी तेरी बेशर्म हो जाए
कुछ बात तो है उसकी बात में
जुबान बड़ों की बेजुबान हो जाए
भावार्थ
२५/०८/२०१५
करार भी तेरा बेक़रार हो जाए
मय की तासीर है इतनी
असर भी तेरा बेअसर हो जाए
मेरी नज़र इस तरह देखेगी
शर्म भी तेरी बेशर्म हो जाए
कुछ बात तो है उसकी बात में
जुबान बड़ों की बेजुबान हो जाए
भावार्थ
२५/०८/२०१५
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