तुम से दिल की कही कहूं...
या बनी रहूँ अजनबी कोई...
बस यही सवाल है...
तेरे सपनो की चादर ओढूँ ...
या जिंदगी बना जी लूँ तुझे...
बस यही सवाल है...
तेरे एहसासों को दिल में रखूँ...
या तेरे साथ हर लम्हा जियूं...
बस यही सवाल है...
जो है मन में उसे ख़त में लिखूं...
या उन लिखे खतो को तुझे भेजूं...
बस यही सवाल है...
अश्क तेरी यादो में बहाऊँ...
या तेरी नजरो में बस जाऊं...
बस यही सवाल है...
भावार्थ...
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