Tuesday, June 2, 2009

जनवरी आ गई !!!

आसमान गिर गया आख़िर ...
अब्र मेरे पार्क में आ ठहर गए हैं ...
सूरज को मौत दे दी शायद ...
लैंपपोस्ट रौशनी के घर बन गए हैं ...

जनवरी आ गई !!!

भावार्थ...

No comments: