मैं तेरी आँख में आंसू की तरह रहता हूँ
जलते बुझते जुगनू की तरह रहता हूँ
सब मेरे चाहने वाले हैं मेरा कोई नहीं
मैं भी इस मुल्क में उर्दू की तरह रहता हूँ
हसन काज़मी !!!
जलते बुझते जुगनू की तरह रहता हूँ
सब मेरे चाहने वाले हैं मेरा कोई नहीं
मैं भी इस मुल्क में उर्दू की तरह रहता हूँ
हसन काज़मी !!!
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