शुभ लग्न के उस शुभ पल में...
मधुर हवा के उस आँचल में...
है आप सभी का आमंत्रण !!!
रोरी, पुष्प , दीप के अर्पण में ...
पवित्र मिलन के इस दर्पण में ...
है आप सभी का आमंत्रण !!!
चहुँ शंख बजे और घुला हो इत्र ...
हो शुभ महूर्त तो शुभ हो सर्वत्र ...
है आप सभी का आमंत्रण !!!
अग्नि साक्षी मन्त्र के उच्चारण में ...
इष्ट,देवी देवताओं के आवाहन में ...
है आप सभी का आमंत्रण !!!
सन संवत २०६६,अगहन मास में...
अखंड द्वादशी, आयोजन ख़ास में...
है आप सभी का आमंत्रण !!!
भावार्थ !!!
1 comment:
आमंत्रण का आभार । समक्ष उपस्थित न होने पर भी हमारी शुभ कामनाएँ और शुभाशिर्वाद आपके साथ हैं ।
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