जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
तू जो आये तो जरा मुस्कुराये हम
कल आज और कल का जो चरखा है
कैसे इसमें से तुझे बुन के लाएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
बस लहू का बहना भी कोई जीना है
इश्क़ को सांस अपनी जो नबना पाएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
जो मोहब्बत है सफर तो वफ़ा हमदम है
बेवफाई से बता मंजिल कैसे पाये हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
तेरा अक्स शायद मुझमें कहीं महफूज है
तेरी खातिर आईने से नज़र आएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
तू जो आये तो जरा मुस्कुराये हम
तू जो आये तो जरा मुस्कुराये हम
कल आज और कल का जो चरखा है
कैसे इसमें से तुझे बुन के लाएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
बस लहू का बहना भी कोई जीना है
इश्क़ को सांस अपनी जो नबना पाएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
जो मोहब्बत है सफर तो वफ़ा हमदम है
बेवफाई से बता मंजिल कैसे पाये हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
तेरा अक्स शायद मुझमें कहीं महफूज है
तेरी खातिर आईने से नज़र आएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
जिंदगी कैसे भला तुझे बुलाएं हम
तू जो आये तो जरा मुस्कुराये हम
~ भावार्थ ~
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