ये सांकर सी है माया
खेल समझ मुझको आया
अजान जनी मूढ़ता
मूढ़ जना अहम् ढूढता
अहम् मारे दुःख-सुख उपजे
उनसे फिर कर्म है उपजे
कर्म से फिर मोह बना
मोह से ये माया जाल बुना
ये सांकर सी है माया
खेल समझ मुझको आया
~ भावार्थ ~
"कृतज्ञ" स्वामी शिवानन्द"
सांकर : Chain
अजान : Ignorance
मूढ़ता : Inability to discriminate
अहम्: Egoism
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