मैं संग सा हूँ जो तेरे संग हूँ...
रेत सा हूँ जो न तेरे संग हूँ ...
धनुष इन्द्र सा है मेरा जहाँ...
पानी सा हूँ जो न तेरे रंग हूँ ...
दिल की धड़कन तेरी छुवन है...
जिन्दा लाश हूँ जो न तेर अंग हूँ...
भावार्थ...
रेत सा हूँ जो न तेरे संग हूँ ...
धनुष इन्द्र सा है मेरा जहाँ...
पानी सा हूँ जो न तेरे रंग हूँ ...
दिल की धड़कन तेरी छुवन है...
जिन्दा लाश हूँ जो न तेर अंग हूँ...
भावार्थ...
1 comment:
kya baat hai!! very touching!!
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