माफ़ करना इस दुनिया का अभी इल्म नहीं है मुझे
अभी सिलसिला शुरू हुआ है खुद से वाकिफ होने का....
देर तक सोने से बेहतर है देर तक जागना
हर एक खाब जो देखा मुझको याद रह गया
भावार्थ
०१/०१/२०१६
अभी सिलसिला शुरू हुआ है खुद से वाकिफ होने का....
देर तक सोने से बेहतर है देर तक जागना
हर एक खाब जो देखा मुझको याद रह गया
भावार्थ
०१/०१/२०१६