सब माटी तू कुम्हार -२
सब तेरो क्या हमार
सब माटी तू कुम्हार -२
कन से लेकर इस तन तक
तन से लेकर इस मन तक
सब तेरे ही रूप हज़ार
सब माटी तू कुम्हार -२
सब माटी तू कुम्हार -२
पांच तत्व तू हाथ रखे
जिनसे तू संसार रचे
ना फिर भी तेरा आकार
सब माटी तू कुम्हार -२
भावार्थ
सब तेरो क्या हमार
सब माटी तू कुम्हार -२
कन से लेकर इस तन तक
तन से लेकर इस मन तक
सब तेरे ही रूप हज़ार
सब माटी तू कुम्हार -२
सब माटी तू कुम्हार -२
पांच तत्व तू हाथ रखे
जिनसे तू संसार रचे
ना फिर भी तेरा आकार
सब माटी तू कुम्हार -२
भावार्थ
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