मुझे इतनी मोहब्बत देना लोगों की
कभी मेरी आँखों में पल को नमी न हो
खुदा मुझ पर इतनी नज़र बख्से
जिंदगी में चाहे कम हो पर कमी न हो
मेरे दर्द से मेरी माँ को बहुत दुखता है
मेरे आंसू उसका कलेजा चीर देते हैं
मौत आये तो मुझे युही उठा लेना खुदा
मातमं को मेरे आसमाँ हो पर जमीं (माँ )न हो
~ भावार्थ~
कभी मेरी आँखों में पल को नमी न हो
खुदा मुझ पर इतनी नज़र बख्से
जिंदगी में चाहे कम हो पर कमी न हो
मेरे दर्द से मेरी माँ को बहुत दुखता है
मेरे आंसू उसका कलेजा चीर देते हैं
मौत आये तो मुझे युही उठा लेना खुदा
मातमं को मेरे आसमाँ हो पर जमीं (माँ )न हो
~ भावार्थ~
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