इश्क की धुंध...
इश्क की धुंध ...
तलाश जिसमें गुम हुई ...
प्यास जिसमें फिर न रही...
तू जिसमें तू नहीं में जिसमें मैं नही ...
इश्क की धुंध ...
इश्क की धुंध...
निगाह के उस फलक तक...
रूह के जिस्म तलक तक...
मेरी चाह से तेरी चाह तक...
इश्क की धुंध...
इश्क की धुंध...
खाबो के दरमियाँ...
है यहाँ जो है वहां...
ओस का जो हैं जहां...
इश्क की धुंध...
इश्क की धुंध...
भावार्थ
इश्क की धुंध ...
तलाश जिसमें गुम हुई ...
प्यास जिसमें फिर न रही...
तू जिसमें तू नहीं में जिसमें मैं नही ...
इश्क की धुंध ...
इश्क की धुंध...
निगाह के उस फलक तक...
रूह के जिस्म तलक तक...
मेरी चाह से तेरी चाह तक...
इश्क की धुंध...
इश्क की धुंध...
खाबो के दरमियाँ...
है यहाँ जो है वहां...
ओस का जो हैं जहां...
इश्क की धुंध...
इश्क की धुंध...
भावार्थ
2 comments:
good one!!
It was lovely poem.
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