मौत से ख़ामोशी एक चीखें अनेक
मौत के आगे है खड़ी जिंदगी तू देख
जो चुपचाप है वो है खौफ में
जो बेबाक है वो है जोश में
बेहोशी में घुला हुआ है होश तू देख
मौत के आगे है खड़ी जिंदगी तू देख
भावार्थ
मौत के आगे है खड़ी जिंदगी तू देख
जो चुपचाप है वो है खौफ में
जो बेबाक है वो है जोश में
बेहोशी में घुला हुआ है होश तू देख
मौत के आगे है खड़ी जिंदगी तू देख
भावार्थ
No comments:
Post a Comment