ये दमकते परिवेश में मुस्कुराते लोग...
हाथ में हाथ लिए चहकाते लोग...
चमक से ज्यादा चमकीले नज़र आते लोग...
जो इन तस्वीरों में नज़र आते हैं...
असल में...
जिंदगी में बुझे बुझे से रहते हैं...
अधूरेपन के शिकार बने रहते हैं...
ख़ुद गुमनान इंसान बने रहते हैं....
तभी तो जग को दिखने को...
अपने सच को छुपाने को...
ये एक पल को मुस्कराए हैं...
चमकते नज़र आये हैं...
चहकते नज़र आये हैं...
ये अधूरे लोग...
भावार्थ ...
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