मैंने अपना पहला प्यार भुलाने कि कोशिश की है।
आज अपने आप को मिटने की कोशिश की है।
नींद आ जाये अब रात के आगोश में ऐ मेरे खुदा।
बंद आखों ने आज फिर वही सर फिरी कोशिस की है।
मैंने अपना पहला प्यार भुलाने कि कोशिश की है।
आज अपने आप को मिटने की कोशिश की है।
वह मुझमें और में उसमें हूँ कुछ इस कदर समाया।
कि आईने ने आज मुझे खुद पहचानने की कोशिश की है।
मैंने अपना पहला प्यार भुलाने कि कोशिश की है।
आज अपने आप को मिटने की कोशिश की है।
सुरूर उसका छा चूका है मेरी रूह पे आवारगी कि हद तक।
नशा आ जाये मुझको अंगूर कि बेटी ने फिर कोशिश की है।
मैंने अपना पहला प्यार भुलाने कि कोशिश की है।
आज अपने आप को मिटने की कोशिश की है।
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