सर्वश्व त्याग जो है ध्यान मगन
आदिगुरु उन शिव को नमन
विष पीकर भी जो रहे अमर
प्रकृति परोक्ष शिव को नमन
त्रिकाल का विस्तार है जिनसे
महाकाल उन शिव को नमन
गुरु शिष्य विधा के स्वः प्रणेता
योगगुरु प्रथम शिव को नमन
तप से प्रसन्न जो सिद्धि प्रदाता
भक्तिवासल्य शिव को नमन
स्वर्णब्रह्माण्ड का जिनसे सृजन
हिरण्यरेता उन शिव को नमन
सर्वश्व त्याग जो है ध्यान मगन
आदिगुरु उन शिव को नमन
भावार्थ
१४/०२/२०१८
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
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