Friday, June 24, 2016

ये जब्र भी देखा है तारीख की नज़रों ने

ये जब्र भी देखा है तारीख की नज़रों ने
लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई 

शिव कुमार "बटालवी"

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