Saturday, April 25, 2015

तुझे जिसकी तलाश है साकी

तुझे जिसकी तलाश है साकी
वो तो बस  तेरे  पास है साकी

तुझे जिसकी तलाश है साकी

इश्क़ क्या है गुबार है  दिल का
फितूर ये कुछ ख़ास  है साकी

तुझे जिसकी तलाश है साकी

हर कोई आम है मेरे रिश्ते में
जो निभाए वही ख़ास है साकी

तुझे जिसकी तलाश है साकी

किसने देखा है वो नूर-ए-इलाही
वो तो बस एक एहसास है साकी

तुझे जिसकी तलाश है साकी

हर जिंदगी का अंजाम मौत है
इस कदर क्यों बदहवास है साकी

तुझे जिसकी तलाश है साकी
वो तो बस  तेरे  पास है साकी 

भावार्थ

No comments: