Thursday, November 13, 2014

आखिर ये दौलत क्या है

आखिर ये दौलत  क्या है
खनकते सिक्के या फिर कागज़
कनक या जिस्म की खुमारी
ए  दौलत  कमाने वाले

बेपरवाह नींद का भाव क्या है
दोस्तों के संग वो मस्ती
की बोली है कितने की  बता दे तू
ए  दौलत  कमाने वाले

सूत भर माँ का आँचल
या फिर कुछ इंच पिता का कन्धा
कहाँ मिलता है बता दे तू 
ए  दौलत  कमाने वाले

समनदर लाये कोई या फिर
खुला आसमान बिछाये कोई
कशिश मोहब्बत की कहाँ  मिलती है
ए  दौलत  कमाने वाले


कहाँ मिलता है सच का हौंसला
कितने में मिलेगा जूनून
किस तरह  मिलता है सुकून
ए  दौलत  कमाने वाले

मोल क्या है अपनेपन का
तू अगर है दौलत वाला
जरा मुट्ठी भर बचपन तो ला
ए  दौलत  कमाने वाले

दौलत इर्द गिर्द है तेरे हवा की तरह
बस समझ ले असल "दौलत"  क्या है
ए  दौलत  कमाने वाले

भावार्थ



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