Saturday, June 16, 2012

मैं संग सा हूँ जो तेरे संग हूँ...

मैं संग सा हूँ जो तेरे संग हूँ...
रेत सा हूँ जो न तेरे संग हूँ ...

धनुष इन्द्र सा है मेरा जहाँ...
पानी सा हूँ जो न तेरे रंग हूँ ...

दिल की धड़कन तेरी छुवन है...
जिन्दा लाश हूँ जो न तेर अंग हूँ...

भावार्थ...

1 comment:

Jolly said...

kya baat hai!! very touching!!