Monday, November 21, 2011

आपकी नज़रों ने समझा प्यार के काबिल मुझे !!!

आपकी  नज़रों  ने समझा प्यार के काबिल मुझे ...
दिल की ए धड़कन ठहर जा मिल गयी मंजिल मुझे...

जी हमें मजूर है आपका ये फैसला..
कह रही है हर नज़र बंद परवर शुक्रिया

हस के अपनी जिंदगी में कर लिया शामिल मुझे...
दिल की ए धड़कन ठहर जा मिल गयी मंजिल मुझे...

आपकी मंजिल हूँ में मेरी मंजिल आप हैं...
क्यों में तूफ़ान से दारू मेरी साहिल आप हैं...

कोई तुफानो से कह दे मिल गया साहिल मुझे..
दिल की ए धड़कन ठहर जा मिल गयी मंजिल मुझे...

पड़ गयी दिल पे मेरे आपकी परछाईयाँ ...
हर तरफ बजने लगी सेकड़ों  शहनायियाँ ...

दो जहाँ की खुशियाँ हो गयी हांसिल मुझे...
दिल की ए धड़कन ठहर जा मिल गयी मंजिल मुझे...

आपकी  नज़रों  ने समझा प्यार के काबिल मुझे ...
दिल की ए धड़कन ठहर जा मिल गयी मंजिल मुझे...

राजा मेहँदी अली खाँ !!! ( फिल्म : अनपढ़)

He wrote some other beautiful songs such as...

आ गले लग जा की ये हंसी रात फिर हो न हो... (मेरा साया)
मेरे पिया गए रंगून...(रंगून )

Raja Mehdi Ali Khan was the first lyricist to introduce Aap in film songs, such as Aap ki nazron…. (Anpadh), Aap kyon roye (Woh Kaun Thi?), Aap ne apna banaya (Dulhan Ek Raat Ki).

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