Sunday, November 8, 2009

चेहरा



याद है
एक बार मेरे
दोनों हाथ पकड़ कर
तुमने
अपने चेहरे पे
रख लिए थे
बस
उसी वक़्त मैंने
चुरा लिया था
तुम्हे
अब तक
इन्ही हाथों में
संभाल
रखा है
जब भी
खुश होती हूँ
उदास होती हूँ
मैं
यही हाथ
अपने चेहरे पे रख लेती हूँ
तेरे चेहरे
से
अपना चेहरा
ढक लेती हूँ

1 comment:

Asha Joglekar said...

बहुत सुंदर ।