Monday, May 12, 2008

खलिश मिटाने की तरकीब बता दे मौला।


खलिश मिटाने की तरकीब बता दे मौला।
अगन बुझाने की तरकीब बता दे मौला।

किसको देखू और किसके आगे मूंदूं आँखें।
पलको को कुछ ऐसा हुनर सिखा दे मौला।

झूठ है या सच है कहने वाले का अफसाना ।
लबो की हरकत ही समझादे मुझको मौला।

आ न जाए मौत मुझे बस यू चलते चलते ।
बस मंजिल की एक झलक दिखे दे मौला।

कहीं से आ जाए नूर खुदा का आन्खियो में।
मिट जाए हर खलिश और ये तपन मौला।

भावार्थ...



2 comments:

Renu Sharma said...

tumhaare bhavarth se khlish to mittee hai thodi - thodi .

Ajay Kumar Singh said...

Thanks a lot chachiji...