Monday, April 14, 2008

लोरी...आओ रे सपनो आ जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ।
मेरी रानी को भी सुला जाओ।

गुड्डा गुद्दिया की शादी होगी ।
थोड़ा सोना होगा थोडी चांदी होगी।

आओ रे सपनो आ जाओ।
मेरी सलोनी को तुम सजा जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ......

नन्हें नन्हें तारे लाना हाथ में।
गुडिया को खिलाना साथ में।

आओ रे सपनो आ जाओ।
चंदा को झूले में तुम झुला जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ.....

लुका-छुपी भी खेलेगी ये ।
पासम पासम भी खेलेगी ये।

आओ रे सपनो आ जाओ।
गुडिया रानी को तुम खिला जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ.....

ये धीमे धीमे जो हवा चले है।
साथ में इसके ये फिजा चले है।

आखों में निंदिया बहा जाओ।

मेरी बुलबुल को तुम सुला जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ.....

आओ रे सपनो आ जाओ।
मेरी बिटिया को तुम सुला जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ।
मेरी रानी को तुम सुला जाओ।

आओ रे सपनो आ जाओ।
मेरी रानी को भी सुला जाओ।


भावार्थ
...


No comments: